
जयपुर! पर्यावरण प्रदूषण, वैश्विक तापवृद्धि (ग्लोबल वार्मिंग) और बढ़ते तापमान को ध्यान में रखते हुए, दावत-ए-इस्लामी इंडिया के सामाजिक सेवा संस्थान गरीब नवाज़ रिलीफ फाउंडेशन (GNRF) ने “पौधा लगाना है, पेड़ बनाना है” के संकल्प के साथ एक भव्य वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत की है, जो पूरे भारत में 7 जुलाई से 15 जुलाई 2025 तक चलेगा।
इस अभियान के अंतर्गत विभिन्न स्थानों जैसे विद्यालयों, धार्मिक शिक्षण संस्थानों, महाविद्यालयों, मस्जिदों और सार्वजनिक स्थानों पर लाखों पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इस अभियान का उद्देश्य केवल पौधे लगाना नहीं है, बल्कि उन्हें पेड़ बनाना और उनकी देखभाल करके एक हरा-भरा और सुरक्षित भारत बनाना है।
पैगंबर हज़रत मुहम्मद ﷺ का कथन है:
“जो कोई वृक्ष लगाए, और उससे मनुष्य या जानवर लाभ उठाएं, तो वह उसके लिए सतत पुण्य (सदक़ा-ए-जारिया) बन जाता है।”
तफ़सीर कबीर, खंड 6, पृष्ठ 367
इस कड़ी में आज दिनांक 8 जुलाई 2025 को
दावते इस्लामी इण्डिया के डिपार्टमेंट GNRF (गरीब नवाज़ रिलीफ़ फाउंडेशन)
के तहत जिला एवं सेशन न्यायलय जयपुर मे पोस्टर विमोचन व पौधा रोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें दी बार एसोसिएशन जयपुर के अध्यक्ष श्री संदीप लुहाड़िया जी व महासचिव मनीष गगरानी जी , सीनियर एडवोकेट नईम आकिल अन्य एडवोकेट ने हिस्सा लिया ।
GNRF के निगरान एम. एन. खान एडवोकेट, स्टेट निगरान अली अत्तारी मुश्ताक अत्तारी, दिलदार अत्तारी, मोहसिन रज़ा अत्तारी, अंसार अत्तारी शाहरुख पठान अत्तारी ने कोर्ट परिसर में पौधा रोपण किया
दावते इस्लामी इण्डिया पूरे देशभर में एक करोड़ बीस लाख पौधा लगाने का संकल्प लेकर पूरे जुलाई माह में पौधा रोपण अभियान चला रही है
13 जुलाई 2025 को शास्त्री नगर के भट्टा बस्ती मे पौधे लगाए जायेंगे।
यह अभियान एक ओर इस्लामिक परंपरा के अनुसरण का माध्यम है, तो दूसरी ओर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ वायुमंडल और छायादार वातावरण तैयार करने की दिशा में एक सार्थक प्रयास भी है।
GNRF के कार्यकर्ता “प्रकृति को बचाओ” (Save Nature) के विषय पर विभिन्न शैक्षणिक और धार्मिक संस्थानों में जनजागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित कर रहे हैं।
आप भी इस अभियान में भाग लें!
अपने घर, मोहल्ले, गांव या संस्था में एक पौधा अवश्य लगाएं — और प्रकृति को बचाएं।
क्योंकि सिर्फ पौधा लगाना ही काफी नहीं है, उसे पेड़ बनाना और उसकी देखभाल करना भी ज़रूरी है।